ये दीवाली आप सबका मंगल करे।
भगवान श्री राम जब लंका विजय कर अयोध्या लौटे तो लोगों ने प्रभु के आगमन से हर्षित होकर दीप जलाए और खुशियां मनाई, बस तभी से हर साल दीप जलाने की परम्परा का आरम्भ हुआ और आज तक हिंदु धर्म जे अनुयायी इस दीपावली के रूप में मनाते आ रहे हैं। दीवाली का त्योहार वर्ष का सबसे बड़ा 5 दिवसीय त्यौहार बन गया जो दीपोत्सव कहलाया इसमे शामिल हुए धनतेरस, नरक चुतर्दशी जिसे हम रूप चौदस के नाम से भी जानते हैं, दीपावली, इसके अलावा गोवर्धन पूजा और चित्रगुप्त जयन्ती- भाईदूज को भी शामिल कर इसे पंच दिवसीय दीपोत्सव का रूप दिया गया। आपने देखा कि सनातन धर्म मे सँस्कार तीज-त्योहार, लोकरंजन अदभूद विधाऐं कजरी ,लोकगीत लोकव्यवहार परम्परागत वेशभूषा देखते ही बनती है क्या अन्य धर्म इतने सम्रद्ध हैं आप खुद ही सोचिए सनातन धर्म मे तो तीज-त्यौहार रौनक किये रहते हैं हर रीतिरिवाज का अपना मनाने का तरीका है ,दीपावली का त्योहार हमे हिदुत्व और हिंदु धर्म को समझाने उसे समझने का बहुत खूब सूरत उदाहरण है। यह दीवाली आप सभी का मंगल करे और आपकी हिंदु धर्म के प्रति आस्था और गहरी व प्रगाढ़ हो यही कामना है, जय श्री राम जय हिंदुत्व जय