नवरात्री शुभ हो ...

या देवी सर्वभूतेषु स्रष्टि रूपेण संस्थिता ,
नमस्तस्यै ,नमस्तस्यै ,नमस्तस्यै नमो नमः
इस दिन ब्रह्मचारिणी देवी जी का जितना ध्यान किया जा सके और जितना इस उपरोक्त मंत्र का जाप किया जा सके उतना करना चाहिए, इन्हें सृजक भी कहा गया है
शिखर आकाश

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