चाँद पर विस्फोट का निर्णय....

नासा के वैज्ञानिको ने आगामी ९ अक्टूबर को एक रॉकेट से चाँद के काले धब्बों पर विस्फोट की मंशा बना ली है। इस प्रक्रिया से नासा के वैज्ञानिक चाँद पर पानी की उपलब्धता का पता लगायेंगे और इस विस्फोट से होने वाले खतरे या जीवन की संभावना का पता लगायेंगे। यह मानव की प्रकृति को एक चुनोती भी कही जा सकती है। इस प्रयोग से या तोमानव का विकास होगा या फ़िर सर्वनाश होगा। चूंकि यह प्रयोग मात्र है और इसकी सफलता या असफलता को स्वीकार करना ही होगा इंसान को २५ साल और ज़्यादा जिन्दा रखने की दवा तो बना ही ली गई है और यदि उसे चाँद पर रहने को मिल जाए तो क्या कहने? आप सोच रहे होंगे की इंसान की यह उपलब्धि है या प्रकृति को चुनोती? यह तो वक्त ही बताएगा। बरहाल हम सिवाय देखने के कर भी क्या सकते हैं। इंसान जीतेगा या भगवान् देखते रहिये।
शिखर आकाश

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