महंगाई ने जीना मुश्किल किया .

हमारे बुजुर्ग कहा करते थे की बेटा एक दिन ऐसा आएगा जब तुम लोग बोरी भर कर नोट लाया करोगे और इस महंगाई के कारन वोह भी कम पड़ जाया करेंगे। आज लगभग वही दिन आ चुके हैं, या यूँ कहें की लगभग वैसी ही शुरुआत हो चुकी है। सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं, आम आदमी का जीना मुश्किल हो चका है, गरीब को दो वक्त की रोटी के लाले पड़ चुके हैं। हम ऐसे में किस तरह की रहत की बात कर सकते हैं। रोज़ १०० रुपये कमाने वालों से पूछो उन के दिल पर क्या बीत रही है। गरीब आदमी का जीवन दिनों -दिन कठिन हो रहा है। इन हालातों दे तो ऐसा लगने लगा है के अब एक दिन वोह भी आएगा जब आदमी मात्र खाने के लिए एक-दुसरे का खून करने से भी नहीं हिचकिचायेगा।
शिखर आकाश
संपादक समय सापेक्ष ,मथुरा

टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट